संदेश

मन की शायरी

  बचपन से बहुत दर्द मिला इस जीवन में, लेकिन  खुद को हमेशा मजबूत माना, बिछड़ते गए कुछ दोस्त, पर खुद से दूर उन्हें कभी न माना ।      मर कर फिर जिन्दा होना,      मैंने ये राज अपने जीवन से पहचाना,     गम की स्याही से खुशी की कहानी मैंने खुद से लिखना       जाना।